किरण राव की 'लापता लेडीज' बनीं ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि

किरण राव की 'लापता लेडीज' बनीं ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि

किरण राव की बहुचर्चित फिल्म 'लापता लेडीज' को ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चयनित किया गया है। यह घोषणा फिल्म फेडेरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) की जूरी द्वारा 23 सितंबर 2024 को की गई। इस फिल्म ने दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बनाई है और इसे पहले भी काफी सराहा गया है। 'लापता लेडीज' एक व्यंग्यात्मक कॉमेडी-ड्रामा है, जो एक युवा व्यक्ति की कहानी को बताती है जिसकी दुल्हन गलती से किसी और के साथ अदला बदली हो जाती है।

इस फिल्म में स्पर्श श्रीवास्तव, नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, छाया कदम और रवि किशन जैसे कलाकारों ने अहम भूमिकाएँ निभाई हैं। फिल्म का प्रीमियर 2023 में टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुआ था और इसे मार्च 2024 में भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया। वर्तमान में यह नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग कर रही है। एफएफआई की जूरी ने इस फिल्म की विशेष रूप से प्रशंसा की, क्योंकि यह भारतीय महिलाओं के विभिन्न पहलुओं और उनके योगदानों को मजेदार तरीके से प्रस्तुत करती है।

फिल्म की विशेषताएँ और कहानी

'लापता लेडीज' की कहानी एक कानपुर के छोटे से गाँव में आधारित है, जहाँ एक शादी के दौरान गलती से गलत दुल्हन और दूल्हे का अदला-बदली हो जाती है। नायक, जिसका किरदार स्पर्श श्रीवास्तव ने निभाया है, इस हास्यास्पद स्थिति से निपटने का प्रयास करता है और इस दौरान कई मजेदार और शिक्षाप्रद घटनाएं भी घटित होती हैं।

नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा और छाया कदम ने फिल्म में मुख्य महिलाओं के किरदार निभाए हैं जो अपने-अपने तरीके से समाज को चुनौती देती हैं और अपनी पहचान को स्थापित करती हैं। इन महिलाओं की कहानियाँ न केवल आपको हँसाती हैं बल्कि सोचने पर भी मजबूर करती हैं।

फिल्म का उत्पादन और निर्देशन

फिल्म का निर्माण आमिर खान प्रोडक्शंस, जियो स्टूडियोज और किंडलिंग पिक्चर्स ने संयुक्त रूप से किया है। किरन राव, जो आमिर खान की पूर्व पत्नी और सफल फिल्ममेकर हैं, ने 'लापता लेडीज' के निर्देशन और पटकथा का काम संभाला है। किरन राव ने इस फिल्म को अपने दिल के करीब बताया है और ऑस्कर के लिए चयनित होने को अपने करियर का सबसे बड़ा सपना माना है।

फिल्म में भारतीय समाज की विविधता और विभिन्न संस्कृतियों को बहुत ही रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया है। यह फिल्म न केवल आम दर्शकों बल्कि जूरी सदस्यों को भी अपनी ओर खींचने में सफल रही है।

टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर और प्रदर्शनी

टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर और प्रदर्शनी

फिल्म का विश्व प्रीमियर 2023 में टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुआ था, जहाँ इसे बेहद सराहा गया। दर्शकों ने फिल्म के हास्य और समाजिक संदेश को काफी पसंद किया। इसके बाद फिल्म को भारतीय सिनेमाघरों में मार्च 2024 में रिलीज़ किया गया और यह बहुत ही कम समय में एक सफल फिल्म बन गई।

फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन किया और खासकर महिलाओं और युवाओं में लोकप्रिय हो गई। वर्तमान में यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग कर रही है, जहाँ इसे दुनियाभर के दर्शक देख सकते हैं।

जूरी की प्रशंसा और चयन प्रक्रिया

फिल्म फेडेरेशन ऑफ इंडिया की जूरी ने 29 फिल्मों की सूची में से 'लापता लेडीज' का चयन किया। इस चयन समिति की अध्यक्षता प्रसिद्ध फिल्म निर्माता जहनू बरुआ ने की। अन्य प्रमुख फिल्मों में 'एनिमल' और 'आत्तम' भी शामिल थीं, लेकिन 'लापता लेडीज' ने अपनी अनोखी कहानी और अभिव्यक्ति के कारण बाजी मारी।

जूरी ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि यह फिल्म विभिन्न महिलाओं की कहानी को बहुत ही सरल और मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत करती है। साथ ही यह दिखाती है कि महिलाएँ न केवल गृहिणी हो सकती हैं बल्कि एक सफल उद्यमी भी बन सकती हैं।

किरन राव की आकांक्षाएँ और ऑस्कर का महत्व

किरन राव की आकांक्षाएँ और ऑस्कर का महत्व

किरन राव ने अपने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था कि उनके लिए 'लापता लेडीज' का ऑस्कर के लिए चयनित होना एक सपना पूरा होने जैसा है। उन्होंने कहा था कि यह फिल्म उनके लिए व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों ही मायनों में बहुत महत्वपूर्ण है।

ऑस्कर पुरस्कार सिनेमा की दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है और इसका नामांकन मिलना किसी भी फिल्मनिर्माता के लिए गर्व की बात होती है। भारत के लिए यह और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आखिरी बार 'लगान' ने 2001 में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर कैटेगरी में नॉमिनेशन प्राप्त किया था।

अब 'लापता लेडीज' ऑस्कर की दौड़ में है और उम्मीद की जा रही है कि यह फिल्म सभी चुनौतियों का सामना करती हुई अंतिम पुरस्कार तक पहुंच पाएगी।

निष्कर्ष और उम्मीदें

कुल मिलाकर कहें तो 'लापता लेडीज' ने भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी है और यह दिखाया है कि कैसे सेंस ऑफ ह्यूमर और सामाजिक संदेश को एक साथ प्रस्तुत किया जा सकता है। किरन राव और उनकी टीम ने जो मेहनत की है, वह स्पष्ट रूप से फिल्म में नजर आती है।

आने वाले समय में देखना दिलचस्प होगा कि यह फिल्म ऑस्कर रेस में कितना आगे तक पहुंचती है। उम्मीद है कि 'लापता लेडीज' न केवल भारत को गर्वित करेगी बल्कि दुनियाभर में भारतीय सिनेमा की प्रतिष्ठा को भी बढ़ाएगी।

लापता लेडीज किरन राव ऑस्कर 2025 भारतीय सिनेमा
एक टिप्पणी लिखें