सूर्या की फिल्म 'कंगुवा' की जोतिका ने की तारीफ, भारतीय सिनेमा का अनूठा प्रयोग बताया

सूर्या की फिल्म 'कंगुवा' की जोतिका ने की तारीफ, भारतीय सिनेमा का अनूठा प्रयोग बताया

सूर्या की नई फिल्म 'कंगुवा' पर जोतिका का समर्थन

जब किसी अभिनेता की नई फिल्म रिलीज होती है, तो उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है समीक्षक और दर्शकों की प्रतिक्रियाओं का सामना करना। जब यह प्रतिक्रिया नकारात्मक हो, तो यह चुनौती और भी बड़ी हो जाती है। इसी प्रकार की स्थिति से इस समय प्रसिद्ध अभिनेता सूर्या गुजर रहे हैं। उनकी हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म 'कंगुवा' को आलोचकों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। हालांकि, इस बीच उनकी पत्नी और अभिनेत्री जोतिका ने फिल्म का समर्थन किया है। उन्होंने इसे भारतीय सिनेमा का एक अनूठा प्रयोग बताते हुए सूर्या की साहसिकता की सराहना की है।

जोतिका का फिल्म 'कंगुवा' पर बयान

जोतिका ने अपने इंस्टाग्राम पर एक नोट साझा किया जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि 'कंगुवा' को जो त्रुटियां मिली हैं, वे भारतीय फ़िल्मों में नई नहीं हैं। उनके अनुसार, फिल्म के पहले आधे घंटे में कुछ खामियां हो सकती हैं, और कभी-कभी आवाज भी असहज हो सकती है, लेकिन यह अक्सर नई अवधारणाओं के साथ होने वाली फिल्मों के साथ होता है। उन्होंने आलोचना की बजाय फिल्म के मजबूत पहलुओं को दिशा देने पर जोर दिया।

महिला-नेतृत्व वाला एक्शन और भावनात्मक कथानक

जोतिका के अनुसार, फिल्म 'कंगुवा' में कई ऐसे सकारात्मक पहलू हैं जो प्रशंसा के काबिल हैं। विशेष रूप से, फिल्म का दूसरा हिस्सा जिसमें महिलाओं द्वारा निमंत्रित एक्शन सीक्वेंस है, तारीफ का पात्र है। साथ ही, एक युवक की भावनात्मक कहानी, जिसमें प्रेम और विश्वासघात के तत्व शामिल हैं, दर्शकों के दिल को छू लेती है। जोतिका ने इस प्रकार के पहलुओं को नजरअंदाज कर, केवल खामियों पर ध्यान देने वालों की आलोचना की है।

फिल्म की आर्थिक सफलता

'कंगुवा' की केवल आलोचना ही नहीं, बॉक्स ऑफिस पर इसकी प्रदर्शन भी काबिले तारीफ है। फिल्म ने तीन दिनों के भीतर लगभग 43 करोड़ रुपये की कमाई की है। जोतिका का मानना है कि फिल्म ने अत्यंत शानदार दृश्यों और 3D प्रस्तुतिकरण के लिए जो प्रयास किए हैं, वे सराहनीय हैं। फिल्म को दर्शक भी एक अनूठा सिनेमाई अनुभव मान रहे हैं और इस वजह से फिल्म आर्थिक रूप से भी अच्छा कर रही है।

भविष्य के लिए संदेश

जोतिका ने फिल्म 'कंगुवा' की टीम को भविष्य में सकारात्मक दृष्टिकोण रखने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्होंने टीम से आग्रह किया कि वे आलोचनाओं से प्रभावित ना हों और फिल्म के लिए की गई कड़ी मेहनत पर गर्व करें। उनकी यह आशा है कि 'कंगुवा' जैसी प्रयोगात्मक फिल्मों को भारतीय दर्शक समय के साथ और अधिक सराहेंगे।

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