तमिलनाडु की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घड़ी आई जब डिविडर कषगम (डी.के.) के अध्यक्ष के. वीरेमणि ने तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री के रूप में उदयनिधि स्टालिन की नियुक्ति के लिए उनकी तारीफ की। यह तारीफ रविवार, 29 सितंबर, 2024 को एक कार्यक्रम में की गई, जहां वीरेमणि ने उदयनिधि के राजनीतिक करियर और उनकी नवाचारी सोच की सराहना की। यह कदम न केवल राजनीति में युवाओं की भूमिका को और भी मजबूत बनाता है, बल्कि तमिलनाडु के भविष्य को भी उज्ज्वल बनाता है।
वीरेमणि ने उदयनिधि स्टालिन के विधायक के रूप में उनकी उपलब्धियों की तारीफ करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक निभाया है। उन्होंने उदयनिधि के चुनाव अभियान में दिखाए गए नवाचार पर भी प्रकाश डाला। उनकी नई और ताजगी भरी सोच ने तमिलनाडु की राजनीति में एक नई धारा प्रवाहित की है। इस प्रकार की सोच और कार्यशैली उन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है जो राजनीति में आकर समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं।
डी.के. अध्यक्ष ने जोर देते हुए कहा कि उदयनिधि की यह भूमिका केवल एक राजनीतिक पद नहीं है, बल्कि यह तमिलनाडु के विकास और शासन में एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उदयनिधि की नई सोच और नवाचार तमिलनाडु के शासन में सकारात्मक बदलाव लाएगी। विशेष रूप से चुनाव अभियानों में, जहां उन्होंने नई तकनीकों और सामरिक दृष्टिकोण को अपनाया, वह अन्य युवाओं के लिए एक आदर्श बन गए हैं।
उदयनिधि स्टालिन के बारे में बात करते हुए, वीरेमणि ने यह भी बताया कि उनकी परवरिश और परिवारिक पृष्ठभूमि ने उन्हें इतना सक्षम बनाया है कि वे इस उच्च पद को संभाल सकें। उन्हें अपने पिता और द्रविड मुनेत्र कषगम (DMK) के प्रमुख एम.के. स्टालिन से राजनीतिक मूल्य और नैतिकता सिखाई गई है, जो उनकी लीडरशिप को और भी प्रभावशाली बनाती है।
इस नियुक्ति पर उनके समकालीन नेताओं और सहयोगियों ने भी उदयनिधि के प्रति अपना समर्थन जताया है। उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु की जनता को उनसे बहुत उम्मीदें हैं और वे निश्चित रूप से इन्हें पूरा करेंगे। उनके कार्यकाल के दौरान, लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उनको न केवल राज्य की राजनीति में बल्कि सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर भी महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिलेंगे।
आने वाले वर्षों में, तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री के रूप में उदयनिधि स्टालिन की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी। उनकी नई और ताजगी भरी सोच से तमिलनाडु का शासन और विकास गति पकड़ेगा। वीरेमणि की यह तारीफ न केवल युवाओं के प्रति उनके समर्थन को दर्शाती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि तमिलनाडु की राजनीति में एक नया युग आ चुका है।
इस बीच, उदयनिधि स्टालिन ने भी अपनी नियुक्ति पर खुश जताई और कहा कि वे इस भूमिका को निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी प्राथमिकता लोगों की सेवा करना और तमिलनाडु को एक समृद्ध और विकसित राज्य बनाना है। उनकी उत्साह और नवाचारी सोच से, यह निश्चित रूप से एक नया मोड़ होगा जो कि राज्य के लिए एक आदर्श साबित होगा।
यह देखा जा सकता है कि तमिलनाडु में एक नई लहर चल रही है, जो कि राजनीतिज्ञों और जनता दोनों को प्रभावित कर रही है। उदयनिधि स्टालिन, अपनी नई और ताजगी भरी सोच के साथ, इस लहर के केंद्र में हैं। उनके नवाचार और नेतृत्व से तमिलनाडु का भविष्य वास्तव में उज्ज्वल नजर आ रहा है।
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