रॉस टेलर ने सेवानिवृत्ति उलटकर समोआ के लिए T20 क्वालीफ़ायर में हिस्सा लिया

रॉस टेलर ने सेवानिवृत्ति उलटकर समोआ के लिए T20 क्वालीफ़ायर में हिस्सा लिया
9 अक्तूबर 2025 Sanjana Sharma

जब रॉस टेलर, न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ने 41 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय खेल से सन्यासी घोषणा को वापस ले लिया, तो यह ख़बर ने पूरी एशिया‑ईस्ट एशिया‑पैसिफिक क्वालीफ़ायर में हलचल मचा दी। टेलर ने बताया कि वह समोआ की राष्ट्रीय टीम के लिए खेलेंगे, क्योंकि उनकी माँ का जन्म‑स्थान वहीं है और उनके पास समोआ का पासपोर्ट है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और टेलर का करियर

रॉस टेलर ने 2006 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा और 2022 में 450 मैचों में 18,000 से अधिक रन बनाकर न्यूज़ीलैंड के इतिहास में सर्वकालिक सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बन गये। वह न्यूज़ीलैंड क्रिकेट बोर्ड (NZC) के लिए टेस्ट, ODI और T20 तीनों फ़ॉर्मेट में 100‑से अधिक मैच खेले, और 2020 में 438वें अंतरराष्ट्रीय मैच के साथ सबसे अधिक कॅप्ड खिलाड़ी बन गये।

टेलर ने 2019‑2021 ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप जीतने वाली न्यूज़ीलैंड टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 2015, 2019 क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भी टीम को स्थान दिलवाया। कुल 40 शतक उनके नाम, जिसमें 19 टेस्ट और 21 ODI शतक शामिल हैं, उन्हें द्वीपसमुंद्री क्रिकेट के दिग्गज बनाते हैं।

क्यों चुना गया टेलर? – व्यक्तिगत कारण और सांस्कृतिक जुड़ाव

टेलर ने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह सिर्फ खेल नहीं, यह मेरा घर, मेरी संस्कृति और मेरे गाँवों का सम्मान है।” उन्होंने बताया कि यह भावना सिर्फ खेल के मैदान तक सीमित नहीं, बल्कि अपने पोलीनेशियन विरासत को सम्मान देने का एक तरीका है। उन्होंने आगे कहा, “मेरी योजना हमेशा कोचिंग या अन्य समर्थन में मदद करने की थी, पर जब मौका मिला तो मैं नहीं रह सका।”

ICC के नियमों के अनुसार, किसी खिलाड़ी को दूसरी राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने हेतु पिछले अंतरराष्ट्रीय मैच के बाद तीन साल का कूल‑ऑफ़ अवधि पूरा करना अनिवार्य है। टेलर ने अपने आखिरी न्यूज़ीलैंड ODI (नीदरलैंड्स बनाम 4 अप्रैल 2022) के बाद यह अवधि पूरी कर ली, इसलिए उनका समोआ में चयन पूरी तरह वैध है।

समोआ की T20 क्वालीफ़ायर चुनौती – ओमान में संघर्ष

अगले महीने ऐशिया‑ईस्ट एशिया‑पैसिफिक क्वालीफ़ायर 2025‑2026ओमान में नौ टीमें तीन विश्व कप स्थानों के लिए लड़ेंगी। यह टूर्नामेंट 2026 ICC पुरुष T20 विश्व कपभारत और श्रीलंका के लिए पूर्व चयन है।

समोआ की टीम के कप्तान केलाब जस्मत ने कहा, “रॉस के आने से हमारी बल्लेबाजी शक्ति बहुत बढ़ेगी, खासकर टारगेट्स सेट करने में।” टीम में ऑकलैंड के ऑल‑राउंडर सीन सोलिया भी शामिल हैं, जो टेलर के साथ मिलकर मध्य‑ऑर्डर को सुदृढ़ करेंगे।

जापान ने प्री‑मैच में समोआ को हराया, जबकि यूएई ने समोआ को 168 रन का.target चेज़ में 26 रन से रोक दिया। इस तरह की कठिनाइयों के बावजूद, टेलर का नाम मिलने से टीम के आत्मविश्वास में बड़ी बढ़ोतरी हुई है।

प्रतिक्रियाएँ – खिलाड़ी, प्रशंसक और विशेषज्ञों की बातें

प्रतिक्रियाएँ – खिलाड़ी, प्रशंसक और विशेषज्ञों की बातें

न्यूज़ीलैंड के प्रमुख टिप्पणीकार रिचर्ड पीटर्स ने कहा, “टेलर का वापस आना कुछ हद तक आश्चर्यजनक है, पर यह विंडो दिखाता है कि क्रीड़ा में विरासत की कितनी शक्ति है।”

दूसरी ओर, समोआ के क्रिकेट प्रशिक्षक फिलिपो टुकु ने कहा, “रॉस के अनुभव से हमारे जौवन खिलाड़ी तकनीकी और मानसिक दोनों पहलुओं में सीखेंगे।” उन्होंने यह भी जोड़ते हुए बताया कि टेलर के आने से समोआ के टी20 रैंकिंग में संभावित सुधार होगा।

टेलर ने अपने प्रेरणा स्रोत के रूप में इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर समित पटेल और रावी बपोरा का उल्लेख किया, जिन्होंने हाल के ‘द ब्लास्ट’ लीग में शानदार प्रदर्शन किया है।

भविष्य की झलक – क्वालीफ़ायर के बाद क्या?

यदि समोआ ओमान क्वालीफ़ायर में शीर्ष‑तीन में जगह बनाती है, तो वे 2026 विश्व कप में भारत‑श्रीलंका की मेजबानी वाली प्रमुख टीमों के साथ मुकाबला करेंगे। इससे समोआ को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना पैर जमाने और स्थानीय गेंदबाज़ों तथा बॅट्समैन को बड़े लीग में अवसर मिलने की संभावना बढ़ेगी।

टेलर के वापस लौटने का एक और निहितार्थ यह है कि कई छोटे द्वीप राष्ट्र अब अपने धर्ती‑धर्म को महत्व देते हुए उच्च स्तर के खिलाड़ी को अपनी टीम में लाने के लिए सक्रिय हो रहे हैं। इस मॉडल ने पहले भी फ़िजी और वानुअतु जैसी टीमों में देखा गया है, और अब यह समोआ में दोहराया जा रहा है।

कुल मिलाकर, टेलर का निर्णय न केवल समोआ के लिए एक महत्त्वपूर्ण खिलाड़ी जोड़ता है, बल्कि डब्ल्यूसीसी (World Cricket Council) के नियमों के तहत दोहरा राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व की नई दिशा भी दिखाता है। अगले महीनों में OMAN में होने वाला क्वालीफ़ायर इस बात का अंतिम परीक्षण होगा कि टेलर की वापसी कितनी प्रभावी सिद्ध होगी।

मुख्य बिंदु

मुख्य बिंदु

  • रॉस टेलर ने 41 साल की उम्र में सेवानिवृत्ति उलटकर समोआ के लिए T20 क्वालीफ़ायर में खेलने की घोषणा की।
  • ICC के तीन‑साल कूल‑ऑफ़ नियम के तहत उनका चयन कानूनी है।
  • क्वालीफ़ायर 15 नवंबर‑30 नवंबर 2025 को ओमान में आयोजित होगा।
  • समोआ की टीम में कप्तान केलाब जस्मत और ऑल‑राउंडर सीन सोलिया भी शामिल हैं।
  • यदि टीम क्वालीफ़ायर में टॉप‑तीन में आती है, तो वे 2026 ICC T20 विश्व कप में भाग ले सकेगी।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

रॉस टेलर का समोआ में प्रतिनिधित्व क्यों महत्वपूर्ण है?

टेलर एक विश्व‑स्तरीय बल्लेबाज हैं; उनका अनुभव समोआ जैसे छोटे क्रिकेट राष्ट्र को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिला सकता है और युवा खिलाड़ियों को प्रोफेशनल मानक दिखा सकता है।

क्या टेलर को फिर से न्यूज़ीलैंड के लिए खेलना संभव है?

ICC के नियम के अनुसार, एक खिलाड़ी को नई राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने के बाद पहली टीम में वापस आना संभव नहीं है, जब तक कि वह नई टीम के साथ कम से कम दो साल का अंतरराष्ट्रीय अपना न हो। इसलिए टेलर अब न्यूज़ीलैंड के लिए खेल नहीं सकते।

ओमान क्वालीफ़ायर में कौन‑कौन सी टीमें भाग ले रही हैं?

कुल नौ टीमें शामिल हैं: समोआ, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, जापान, नेपाल, कुवैत, हांगकांग, मलेशिया और ओमान। प्रत्येक टीम तीन विश्व कप स्थानों के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी।

समोआ की क्वालीफ़ायर में जीतने की संभावनाएँ कितनी हैं?

रॉस टेलर जैसे अनुभवी खिलाड़ी के जुड़ने से समोआ की बैटिंग लाइन‑अप काफी मजबूत हो गई है। हालांकि, यूएई और कतर जैसी टीमों का भी बहुत बड़ा अनुभव है, इसलिए टॉप‑तीन में पहुँचने के लिए समोआ को हर मैच में अपने सर्वोत्तम प्रदर्शन देना होगा।

2026 T20 विश्व कप कहाँ आयोजित होगा?

डेस्टिनेशन निर्धारित है: भारत और श्रीलंका मिलकर इस टूरनामेंट की मेजबानी करेंगे। दोनों देशों में कई प्रमुख स्टेडियम और फैन‑फ़ेस्टिवल आयोजित होंगे।

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Sanjana Sharma

द्वारा Sanjana Sharma

9 टिप्पणि

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    ahmad Suhari hari

    अक्तूबर 9, 2025 AT 01:11

    रॉस टेलर का समोआ में लौटना क्रिकेट के ध्येय एवं विरासत के संरक्षण को पुनः उजागर करता है। उनकी पृष्ठभूमि और आँकड़े नई पीढ़ी को प्रेरित करेंगे।

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    shobhit lal

    अक्तूबर 15, 2025 AT 23:51

    भाई, टेलर जैसा दिग्ज अगर समोआ जॉइन करे तो इस क्वालीफ़ायर में दांव का साइज बहुत बढ़ जायेगा। अभी भी लगता है कई टीमों ने इस बात को खारिज नहीं किया।

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    suji kumar

    अक्तूबर 22, 2025 AT 22:31

    रॉस टेलर का समोआ में प्रतिनिधित्व धर्म, संस्कृति और खेल के बीच एक जटिल संबंध को प्रकट करता है।
    उनकी पॉलिनेशियन जड़ें उन्हें व्यक्तिगत रूप से इस अवसर की ओर आकर्षित करती हैं, जिससे उनका निर्णय केवल पेशेवर नहीं बल्कि भावनात्मक भी है।
    समोआ जैसे छोटे द्वीप राष्ट्रों के लिए एक विश्वस्तरीय बल्लेबाज का आगमन टीम की आत्मविश्वास को उल्लेखनीय रूप से बढ़ा सकता है।
    इतिहास ने दिखाया है कि जब अनुभवी खिलाड़ी छोटे देशों में शामिल होते हैं तो युवा खिलाड़ियों को उच्च मानक का प्रशिक्षण मिलता है।
    टेलर की बैटिंग तकनीक, गति और खेल की समझ युवा स्पिनर्स और ऑल‑राउंडर्स के विकास में सहायक सिद्ध होगी।
    ICC द्वारा निर्धारित तीन साल का कूल‑ऑफ़ नियम भी इस मामले में प्रवर्तन योग्य साबित होता है, क्योंकि वह स्पष्टता प्रदान करता है।
    समोआ की क्वालीफ़ायर में सुदृढ़ टार्गेट सेट करने की क्षमता अब टेलर की मौजूदगी से विश्वसनीय हो गई है।
    वहीं, ओमान में इस टोकियो‑कोडेड टूर्नामेंट में यु.ए.ई. और कतर जैसी टीमों की पारी भी कठिन रहेगा।
    टेलर की फॉर्म डिफ़िक्यूलेटी, विशेषकर उनके तेज़ और औसत गति वाले शॉर्ट होनर, टीम को विभिन्न परिस्थितियों में अनुकूल बनाती है।
    समोआ के कोच फिलिपो टुकु ने पहले ही कहा था कि टेलर का अनुभव कोचिंग सत्रों में भी उपयोगी हो सकता है।
    यह बात ध्यान देने योग्य है कि टेलर ने अपने करियर में 40 शतक बनाए हैं, जो किसी भी टीम के लिये एक बड़ी प्रेरणा है।
    टेलर का पुनः खेलने का निर्णय युवा खिलाड़ियों को यह संदेश देता है कि परिपक्वता के बाद भी नई चुनौतियों को अपनाया जा सकता है।
    यदि क्वालीफ़ायर में समोआ टॉप‑तीन में समाप्त होती है, तो यह नई रणनीति का प्रतिफल होगा।
    भविष्य में, अन्य द्वीप राष्ट्र भी इस मॉडल को अपनाकर अपने क्रिकेट को उन्नत करने का अवसर देख सकते हैं।
    अंत में, यह स्पष्ट है कि टेलर का सम्मिलन न केवल समोआ के लिए बल्कि वैश्विक क्रिकेट के विविधता को बढ़ावा देने में भी योगदान देगा।

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    Ajeet Kaur Chadha

    अक्तूबर 29, 2025 AT 21:11

    ओह, अब तो समोआ को भी विश्व कप जीतने का टिका मिलेगा, टेलर ने तो सब कर दिया!

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    richa dhawan

    नवंबर 5, 2025 AT 19:51

    टेलर की वापसी से असली असर देखना बाकी है, सिर्फ शबाब नहीं।

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    Vishwas Chaudhary

    नवंबर 12, 2025 AT 18:31

    भारत के पास भी ऐसे दिग्ज हैं, हमें ऐसे खिलाड़ी नहीं चाहिए। टेलर का चयन सिर्फ दिखावा है। हमारे छोटे भाई-बहनों को अपने घर में ही खेलना चाहिए।

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    Riddhi Kalantre

    नवंबर 19, 2025 AT 17:11

    देशभक्ति का मतलब हर किसी को अपने ही रंग में देखना नहीं, खेल में प्रतिभा को पहचाना चाहिए।

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    Jyoti Kale

    नवंबर 26, 2025 AT 15:51

    वास्तव में, टेलर जैसा अनुभवी खिलाड़ी किसी भी टीम को मज़बूत बना सकता है, यह नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।

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    indra adhi teknik

    दिसंबर 3, 2025 AT 14:31

    टेलर ने अपने करियर में 450 मैचों में 18,000 रनों का आंकड़ा बनाया था, जो न्यूज़ीलैंड के लिए अभिमान की बात है। उनके कोचिंग अनुभव को देखते हुए, समोआ के यंगर्स को बहुत लाभ होगा।

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