मुंबई के नामी क्लब में उठी धर्मांतरण की लहर
मुंबई के प्रतिष्ठित Khar Gymkhana में क्रिकेटर जेमिमा रोड्रिग्स की सदस्यता रद्द करना इन दिनों चर्चा का बड़ा मुद्दा बन गया है। बीते अक्टूबर 2024 में क्लब ने यह कदम तब उठाया, जब आरोप लगे कि जेमिमा के पिता, इवान रोड्रिग्स, क्लब परिसर का इस्तेमाल बार-बार धार्मिक सभाओं के लिए कर रहे थे। यह आयोजन ब्रदर मनुएल मिनिस्ट्रीज से जुड़े बताए जा रहे हैं, जिसकी छवि एक सक्रिय ईसाई प्रचारक समूह की है।
क्लब के अधिकारियों का दावा है कि मार्च 2023 से नवंबर 2024 के बीच क्लब के प्रेसिडेंशियल हॉल में 35 से अधिक ऐसे कार्यक्रम हुए, जिनमें 'संवेदनशील तबकों', मुख्यतः हिंदू समुदाय के लोगों को महत्व देकर बुलाया गया। क्लब के नियम 4A के मुताबिक, परिसर में किसी भी तरह की धार्मिक या राजनीतिक सभाएँ पूरी तरह वर्जित हैं। ऐसे में लगातार हो रहे धार्मिक आयोजनों ने क्लब की हदें पार कर दीं। चौंकाने वाली बात यह भी रही कि सदस्यों को हॉल के इस्तेमाल का मौका कम मिलने लगा, जिससे वे खफा हैं।
परिवार की सफाई, सदस्यों की नाराज़गी और उठती नई बहस
आरोपों के जवाब में इवान रोड्रिग्स सोशल मीडिया पर सामने आए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ये सिर्फ प्रार्थना सभाएँ थीं, जिसमें क्लब के नियमों का पालन किया गया और कोई भी सदस्य हिस्सा ले सकता था। धर्मांतरण का हर आरोप उन्होंने खारिज किया और मीडियाई खबरों को भ्रामक बताया। उनका कहना है कि क्लब से आपत्ति के बाद उन्होंने ये सभाएँ तुरंत बंद कर दीं।
फिर भी, मामला ठंडा नहीं हुआ। मार्च 2023 में जेमिमा रोड्रिग्स को Khar Gymkhana की मानद सदस्यता दी गई थी। वे ऐसी पहली महिला क्रिकेटर हैं, जिन्हें ये सम्मान मिला था। अब उनकी सदस्यता पर रोक लगाई गई, तो चर्चा सिर्फ नियम उल्लंघन तक सीमित नहीं रही। इसका असर दो तरफ दिखाई दे रहा है—एक ओर क्लब सदस्यों में ग़ुस्सा है कि उनके हॉल का इस्तेमाल निजी और धार्मिक कारणों से हो रहा था, दूसरी ओर समाज में यह सवाल उभरने लगा है कि क्या ऐसे प्रतिष्ठित संस्थानों में मानद सदस्यता पाने वालों को विशेष जिम्मेदारी नहीं निभानी चाहिए?
इस प्रकरण ने धार्मिक रूपांतरण के इर्द-गिर्द होने वाली बहस को फिर से गर्म कर दिया है। कुछ सदस्यों का मानना है कि क्लब का माहौल बिगड़ा और दूसरों को क्लब की सुविधाओं से वंचित होना पड़ा। वहीं, कुछ लोग इसे एक परिवार के धार्मिक अधिकारों के हनन के तौर पर भी देख रहे हैं। जेमिमा और उनके परिवार का नाम बड़े कद में आते ही हर पक्ष से प्रतिक्रियाएँ तेज हो गई हैं।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि Khar Gymkhana जैसे संस्थाएं मुंबई में क्लब संस्कृति का बड़ा हिस्सा हैं, जहां नियमों के उल्लंघन पर सख्त रुख अपनाया जाता है। यह घटना सिर्फ एक क्रिकेटर या उनके परिवार तक सीमित नहीं, बल्कि समाज, धर्म और नियमों के बीच संतुलन की एक बड़ी मिसाल भी पेश करती है।