इंडिया महिला टीम की सेमीफाइनल राह: पाकिस्तान बनाम न्यूज़ीलैंड पर पूरी आशा

इंडिया महिला टीम की सेमीफाइनल राह: पाकिस्तान बनाम न्यूज़ीलैंड पर पूरी आशा
27 सितंबर 2025 Sanjana Sharma

ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद भारत का दांव

2024 की महिला T20 विश्व कप में भारत ने अपने समूह में शानदार खेल दिखाया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाप पाँचवें ओवर में नौ रन के अंतर से हारने के बाद सब कुछ बदल गया। यह हार सिर्फ एक और मैच नहीं थी; यह भारत को अपनी किस्मत खुद बनाने से दूर ले गई। अब टीम को बाहरी परिणामों पर भरोसा करना पड़ेगा, और इस भरोसे की कसौटी पाकिस्तान बनाम न्यूज़ीलैंड के सामने आई।

ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बेहतर नेट रन रेट के कारण पहले ही सेमीफाइनल की जगह पक्की कर ली थी। भारत की दूसरी जगह अभी भी खुली थी, लेकिन शर्तें बहुत ही कठोर थीं।

न्यूज़ीलैंड‑पाकिस्तान का मैच: भारत की आशा का आंकलन

न्यूज़ीलैंड‑पाकिस्तान का मैच: भारत की आशा का आंकलन

ग्रुप तालिका में भारत दूसरे स्थान पर था, लेकिन उसने एक अतिरिक्त मैच खेला था, जिससे उसकी स्थिति नाज़ुक हो गई। न्यूज़ीलैंड का नेट रन रेट –0.050 था, जबकि भारत का +0.576 था, यानी बराबर पॉइंट मिलने पर भारत आगे निकलता। इसलिए भारत का मन नहीं था कि न्यूज़ीलैंड जिते; बल्कि उन्हें हारना ही ज़रूरी था।

न्यूज़ीलैंड को बस जीतना था—कोई भी मार्जिन चलेगा—और वे सीधे सेमीफाइनल में पहुँच जाते। इसके विपरीत, पाकिस्तान को अपने लिए दो‑तीन‑चार रास्ते दिखे:

  • अगर वे बैटिंग पहले करते, तो उन्हें लगभग 50 रन से ज्यादा अंतर से जीतना पड़ता, ताकि उनका नेट रन रेट ऑस्ट्रेलिया‑भारत‑न्यूज़ीलैंड के बीच टॉस में जीत सके।
  • चेज़िंग में, उन्हें टार्गेट को 11 ओवर के भीतर पूरा करना होता, ताकि रन रेट की दुविधा उनके पक्ष में बदल जाए।
  • आख़िरकार, यदि उनका संख्यात्मक लक्ष्य पूरी तरह से न पहुँचे, तो वे किसी भी हालत में बाहर हो जाते।

इन जटिल गणनाओं के बीच भारतीय दर्शकों का दिल बेताब था। कई विशेषज्ञों ने कहा कि भारत की टीम अभी भी अपने अंतिम मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराकर जगह पक्की कर सकती है, पर फ़िक्स्ड टेबल ने यह संकेत दे दिया था कि उनका भाग्य पहले ही तय हो सकता है।

भारत की भारत महिला क्रिकेट टीम ने ग्रुप चरण में चार जीत और एक हार का रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन यह जीतें तभी मूल्यवान थीं जब टेबल की जटिलताओं को समझा जाए। न्यूज़ीलैंड ने इस दबाव को बेहद कुशलता से संभाला और पाकिस्तान को 54‑रन की बड़े अंतर से हराकर मैदान पर अपना हक़ जमा लिया। इस जीत ने सीधे‑सिर्के भारत को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।

जैसे ही न्यूज़ीलैंड ने अपने जीत का जश्न मनाया, भारत के खिलाड़ियों को हकीकत का सामना करना पड़ा: उन्होंने अपनी पूरी क्षमता दिखा रखी थी, लेकिन टॉर्नामेंट क्रिकेट में कभी‑कभी एक ही परिणाम सब कुछ बदल देता है। इस परिदृश्य ने टीम को एक अनोखा एहसास दिलाया—वे खुद को अपनी किस्मत के दर्शक बनाते देख रही थीं, जबकि वे अभी भी मैदान में खेलने वाले थे।

इस घटना ने कई बातें उजागर कीं: नेट रन रेट का महत्व, ग्रुप में प्रत्येक मैच की रणनीतिक कीमत, और टॉर्नामेंट में निरंतर हाई परफॉर्मेंस की ज़रूरत। खासकर महिला क्रिकेट के बढ़ते स्तर को देखते हुए, इस तरह की नाटकीय समाप्ति से खिलाड़ियों और प्रशंसकों दोनों को सीख मिलती है—कभी‑कभी जीत की राह में छोटे‑छोटे पॉइंट भी बड़े फ़रक कर देते हैं।

भारत महिला क्रिकेट टीम T20 विश्व कप न्यूज़ीलैंड पाकिस्तान सेमीफाइनल
Sanjana Sharma

द्वारा Sanjana Sharma