परिणामों में चमकते युवा खिलाड़ी
2025 की Duleep Trophy 2025 में कई युवा क्रिकेटरों ने अपना धाकड़ खिताब बनाया, पर दो नामों ने विशेष रूप से चयनकों के काफ़ी दिलचस्पी जगाई। राजत पतीदार ने बॉलिंग स्पीड और सटीकता के साथ लगातार विकेट निकाले, जबकि यश राठौड़ ने मध्य‑क्रम में स्थिरता और तेज़ी से रन बनाने की क्षमता दिखाई। दोनों ने अपने‑अपने टीमों को महत्वपूर्ण स्थितियों में लाभ पहुंचाया, जिससे उनके प्रोफ़ाइल में तुरंत चमक आई।
रजत ने पहली पारी में 6/45 और दूसरी में 4/39 की शानदार बॉलिंग करके टॉर्नामेंट के टॉप बॉलरों की सूची में जगह बनाई। वहीं, यश ने दो टर्नओवर में 78 बालियों का अंडररिपोर्ट स्कोर किया, जिसमें 1 शतक और दो आधे शतक शामिल थे। इनके आंकड़े न केवल टीम की जीत में सहायक रहे, बल्कि भारतीय क्रिकेट अकादमी के आँकड़े विभाग को भी चकित कर दिया।
सेलेक्टरों की सोच और आगे का रास्ता
राजत और यश की तेज़ी से उभरती हुई लोकप्रियता ने भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता, अजित सिंह (संभवतः अजित) के सामने एक दुविधा खड़ी कर दी। कई वरिष्ठ खिलाड़ियों का कहना है कि टोक़ीबाजों की अनुभवी स्थिति में बदलाव लाने की जरूरत है, पर साथ ही मौजूदा कॉम्पिटिटिशन में युवा ऊर्जा की भी आवश्यकता है। इसलिए अजित को अब नीति अनुसार दोनों को विभिन्न शॉर्ट-फ़ॉर्म और वन-डे श्रृंखलाओं में मौका देना अनिवार्य हो गया है।
- रजत पतीदार को अगली श्रृंखला में भारत A के तहत बॉलिंग में प्रयोग किया जा सकता है।
- यश राठौड़ को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रेंचाइजी टीमों में चयन दिलाने के लिए अधिक प्री-सेलेक्शन अभ्यास सत्र आयोजित किए जा सकते हैं।
- दोनों खिलाड़ियों को राष्ट्रीय कोचिंग कैंप में जगह मिलनी चाहिए, ताकि उनकी तकनीकी कमजोरियों को सुधारा जा सके।
भविष्य में यदि वे अपनी वर्तमान फ़ॉर्म को बनाए रख पाते हैं, तो जल्द ही उनके नाम भारत की टेस्ट, वन‑डे और टी‑20 टीमों की सूची में दिखाई देंगे। इस बीच, क्रिकेट प्रेमियों को इन दो प्रतिभाओं को देखने और समर्थन करने का विशेष अवसर मिला है, जिससे भारतीय क्रिकेट का भविष्य और भी उज्ज्वल बन सकता है।