ब्रैड पिट की “F1 द मूवी” ने 2025 में बॉक्स ऑफिस में $627.9 मिलियन कमाए

ब्रैड पिट की “F1 द मूवी” ने 2025 में बॉक्स ऑफिस में $627.9 मिलियन कमाए
5 अक्तूबर 2025 Sanjana Sharma

जब ब्रैड पिट की फ़ॉर्मूला‑वन ड्रामा F1 द मूवी ने 27 जून 2025 को वार्नर ब्रदर्स के वितरण के तहत रिलीज़ हुई, तो कोई नहीं सोच रहा था कि यह $627.9 मिलियन की वैश्विक कमाई से 2025 का सबसे बड़ा बॉक्स‑ऑफ़िस सरप्राइज़ बन जाएगी। फिल्म की कहानी सॉनी हेयस, एक पूर्व फ़ॉर्मूला‑वन ड्राइवर, और उसकी नई पीढ़ी के प्रशिक्षु जॉशुआ "नोआ" पियर्स की जद्दोजहद पर केंद्रित है, जबकि इसके पीछे जॉसेफ कोसिंस्की की तेज़‑तर्रार डाइरेक्शन और एप्पल की बड़ी प्रोडक्शन निवेश है। यह लेख बॉक्स‑ऑफ़िस आँकड़े, समीक्षकों की राय और उद्योग पर पड़े प्रभाव को विस्तार से बताता है।

बॉक्स‑ऑफ़िस का पॉप‑साइज़र: आँकड़े और तुलना

फ़िल्म ने शुरुआती सप्ताहांत में 3,661 थिएटरों से $57.0 मिलियन की कमाई की, जो कुल घरेलू राजस्व $189.5 मिलियन का 30.1 % था। अधिकतम 3,732 स्क्रीन तक विस्तार के बाद औसत 6.3 हफ्तों तक चलने वाला यह रिकॉर्ड, इसे घरेलू बॉक्स‑ऑफ़िस इतिहास में 279वें स्थान पर रखता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर $438.4 मिलियन की कमाई के साथ, फ़िल्म ने विश्व‑व्यापी सूची में 180वें स्थान पर अपना ठिकाना बाया। विभिन्न ट्रैकिंग स्रोतों ने अलग‑अलग आंकड़े बताए थे, पर बॉक्स ऑफिस मोजो ने अंतिम रूप से $627.9 मिलियन की पुष्टि की।

समीक्षकों की सराहना और दर्शकों की प्रतिक्रिया

रोट्टन टॉमैटो ने फ़िल्म को 82 % समीक्षकों का स्कोर दिया, जबकि Screen Rant की मे अब्दुलबाकी ने इसे 10 में से 8 स्टार्स से सम्मानित किया। समीक्षकों ने ब्रैड पिट की "संतुलित आकर्षण" और "बिना प्रयास के करिश्मा" को प्रमुख कारण बताया, और जॉसेफ कोसिंस्की की "काइनेटिक डायरेक्शन" को "तेज़‑तर्रार, सुनाई देने वाली सिनेमा अनुभव" कहा। कई दर्शकों ने कहा कि बड़े स्क्रीन पर देखे बिना इस फिल्म की पूरी मज़ा नहीं मिल पाई।

उद्योग पर असर: मूल स्पोर्ट्स ड्रामा की नई दास्तान

ऐपल ने इस प्रोजेक्ट में सैकड़ों मिलियन डॉलर का निवेश किया था, इसलिए वित्तीय सफलता का दायरा बड़ा था। 2025 के समर सीज़न में कई बड़े फ्रैंचाइज़ी (जैसे “एवेंजर्स” और “जुरासिक वर्ल्ड”) के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए भी F1 द मूवी ने दर्शकों को थियेटर की ओर आकर्षित किया, जिससे यह साबित हुआ कि मूल स्पोर्ट्स ड्रामा भी ब्लॉकबस्टर बन सकता है। उद्योग विश्लेषकों का मानना है कि इस सफलता से हॉलीवुड में ऑरिजिनल स्टोरीज के लिये नई संभावनाएँ खुलेंगी, खासकर जब दर्शक बड़े स्क्रीन अनुभव को प्राथमिकता दे रहे हों।

अकादमी की चर्चा और भविष्य की संभावनाएँ

फिल्म की समीक्षात्मक और व्यावसायिक सफलता ने अकादमी के घर में हलचल मचा दी है। कई इनसाइडर अनुमान लगा रहे हैं कि 2026 के सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म (बेस्ट पिक्चर) के लिए यह एक मजबूत दावेदार बन सकती है, खासकर अगर वह अपने तकनीकी और अभिनय परदान को आगे भी बनाए रखे। इसके अलावा, कास्ट और क्रू ने पहले ही सीक्वल या स्पिन‑ऑफ़ की संभावनाओं पर चर्चा शुरू कर दी है, जो भविष्य में फ़ॉर्मूला‑वन को सिनेमाई दुनिया में और गहरा प्रवेश दिला सकता है।

आगे क्या?

अगले कुछ महीनों में, फ़िल्म की रेनोवेशन रेट (रेफ़रेंस रेट) अभी भी मजबूत दिख रही है, और सितंबर 2025 में 394 थिएटरों से $221,209 की कमी के बाद भी यह स्थिर दिखती है। यदि इस रूझान को जारी रखी गई तो 2025 के अंत तक कुल राजस्व $650 मिलियन से भी अधिक हो सकता है। इस बीच, फ़ॉर्मूला‑वन प्रॉडक्शन कंपनियां इस पर ध्यान दे रही हैं कि किस तरह सिनेमाई अनुभव को वास्तविक रेसिंग इवेंट के साथ मिलाया जाए, ताकि दर्शकों की रफ़्तार की चाह को पूरी किया जा सके।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या “F1 द मूवी” के बॉक्स‑ऑफ़िस कमाई में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों का योगदान समान है?

नहीं। कुल $627.9 मिलियन में से लगभग $189.5 मिलियन यानी 30 % घरेलू और $438.4 मिलियन यानी 70 % अंतरराष्ट्रीय बाजारों से आया है। यह दर्शाता है कि फिल्म ने विदेशों में फ़ॉर्मूला‑वन फैन बेस को बेहतर पकड़ा।

फिल्म के प्रमुख किरदार कौन‑कौन हैं और वे किस भूमिका में हैं?

मुख्य भूमिका में ब्रैड पिट ने सॉनी हेयस को निभाया है, जो 1990 के दशक का फ़ॉर्मूला‑वन ड्राइवर है। जॉशुआ "नोआ" पियर्स एक युवा प्रतिभा है, जिसे सॉनी के दोस्त रूबेन (फ़िक्शनल चरित्र) ने प्रशिक्षित किया है।

क्या फिल्म को अकादमी अवार्ड्स में कोई नामांकन मिलने की उम्मीद है?

उद्योग विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2026 के अकादमी अवार्ड्स में बेस्ट पिक्चर और बेस्ट डायरेक्शन जैसे श्रेणियों में इसके लिए प्रबल दावेदार हो सकता है, खासकर क्योंकि आलोचना और बॉक्स‑ऑफ़िस दोनों पक्षों से इसे सराहना मिली है।

फ़िल्म के प्रोडक्शन में एप्पल का क्या योगदान रहा?

एप्पल ने उत्पादन में सैकड़ों मिलियन डॉलर निवेश किए, जिससे हाई‑टेक विज़ुअल्स और ध्वनिक प्रभावों को संभव बनाया। यह निवेश फ़िल्म की व्यावसायिक सफलता को सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कारक माना जाता है।

क्या इस फिल्म के बाद हॉलीवुड में और स्पोर्ट्स ड्रामा बनेंगे?

विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 की यह सफलता मूल स्पोर्ट्स ड्रामा को फिर से प्रीमियम ब्रीफ़िंग बॉक्स में लाने की दिशा में एक संकेत है। भविष्य में और प्रोड्यूसर इस मॉडल को अपनाने की उम्मीद है।

F1 द मूवी ब्रैड पिट वार्नर ब्रदर्स जॉसेफ कोसिंस्की बॉक्स ऑफिस
Sanjana Sharma

द्वारा Sanjana Sharma

19 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Mohit Gupta

    अक्तूबर 5, 2025 AT 21:24

    बस एक बार फिर देखी F1 द मूवी और याद आया जब मैं बचपन में रेस ट्रैक के पास रहता था, वो तेज़ी और धुंधलापन मेरे दिल को झकझोर देता है, क्या कहूँ फिल्म का संगीत और ब्रैड पिट की एंट्री सही थी, सच में फ़ॉर्मूला‑वन का जोश इस में बिखर गया

  • Image placeholder

    Varun Dang

    अक्तूबर 5, 2025 AT 23:37

    विल्कुल सही कहा तुमने, इस फिल्म ने न सिर्फ रेस की रफ़्तार को दिखाया बल्कि हमें सिखाया कैसे सपने को पीछा करें, एप्पल का निवेश और कोसिंस्की की डायरेक्शन ने इसे और भी रोमांचक बनाया, उम्मीद है आगे भी ऐसे प्रोजेक्ट्स आते रहेंगे

  • Image placeholder

    Stavya Sharma

    अक्तूबर 6, 2025 AT 01:51

    वास्तव में इस कदर सफलता सिर्फ़ स्टार पावर से नहीं मिली, मार्केटिंग बजट और वैश्विक F1 फैन बेस ने बड़ा योगदान दिया, यदि कहानी में गहराई होती तो यह और भी श्रेष्ठ हो सकता था, अन्यथा यह सिर्फ़ एक हाई‑टेक ड्रामा ही लगता है

  • Image placeholder

    chaitra makam

    अक्तूबर 6, 2025 AT 04:04

    सही कहा, कहानी में कुछ हिस्से हल्के लगते हैं पर साउंड और विज़ुअल इफ़ेक्ट्स ने कुल मिलाकर अनुभव को बढ़ाया है

  • Image placeholder

    Amit Agnihotri

    अक्तूबर 6, 2025 AT 06:17

    बॉक्स ऑफिस तो बढ़िया, पर कंटेंट में गहराई नहीं है

  • Image placeholder

    Pradeep Chabdal

    अक्तूबर 6, 2025 AT 08:31

    F1 द मूवी ने तकनीकी रूप से एक नई सीमा स्थापित की, विशेष रूप से कैमरा वर्क और फ़्रेमिंग ने रेसिंग का इमर्सिव फील दिया, हालांकि कहानी के कुछ मोड़ अधिक कलात्मक रूप से उभरे होते तो यह एक कल्ट क्लासिक बन सकता था

  • Image placeholder

    Abirami Nagarajan

    अक्तूबर 6, 2025 AT 10:44

    बिलकुल, तकनीक ने बहुत कुछ बदला है और दर्शक अब हाई‑डिफ़िनिशन में बस नहीं देखना चाहते

  • Image placeholder

    shefali pace

    अक्तूबर 6, 2025 AT 12:57

    मैं तो कहूँगा यह फिल्म भारत में भी बहुत सराहना पा रही है, लोग सोशल मीडिया पर सीन देख के बड़ाई कर रहे हैं, और ऐसा लगता है कि जल्द ही किसी भारतीय ड्राइवर की कहानी भी बड़े स्क्रीन पर देखेंगे

  • Image placeholder

    sachin p

    अक्तूबर 6, 2025 AT 15:11

    वास्तव में भारतीय दर्शकों ने लगता है अब अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स में भी दिलचस्पी ले ली है, लेकिन स्थानीय उत्पादन को समर्थन देना भी उतना ही जरूरी है

  • Image placeholder

    Nasrin Saning

    अक्तूबर 6, 2025 AT 17:24

    फ़िल्म की सफलता से हम देख सकते हैं कि विश्व स्तर पर फ़ॉर्मूला‑वन का कितना आकर्षण है और यह भारतीय सिनेमा को भी प्रेरित कर सकता है जिससे आगे और अधिक विविधता आएगी

  • Image placeholder

    gaganpreet singh

    अक्तूबर 6, 2025 AT 19:37

    यह फिल्म सिर्फ़ एक एंटरटेनमेंट पैकेज नहीं बल्कि आधुनिक सिनेमाई उत्पादन की जटिलता को दर्शाती है।
    सबसे पहले, एप्पल का वित्तीय निवेश इसे उच्च गुणवत्ता वाले VFX और ध्वनि प्रणाली प्रदान करता है।
    दूसरा, कोसिंस्की की दिशा में तेज़ कट और डाइनमिक शॉट्स दर्शकों को रेस की गति का वास्तविक अनुभव देती है।
    तीसरा, ब्रैड पिट का अभिनय यद्यपि आकर्षक है पर वह पात्र में गहराई नहीं जोड़ता।
    चतुर्थ, फिल्म की पटकथा में अक्सर क्लिशे लगते हैं और वास्तविक ड्राइवरों की मनोवैज्ञानिक जटिलताओं को अनदेखा करता है।
    पाँचवाँ, अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह सफलता दर्शाती है कि भारतीय दर्शक भी हाई‑टेक स्पोर्ट्स ड्रामा को सराहते हैं।
    सातवाँ, बॉक्स‑ऑफ़िस आँकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि विदेशी मूल्यों में 70% राजस्व आया है।
    आठवाँ, इस स्थिति में निर्माताओं का यह समझना आवश्यक है कि स्थानीय सांस्कृतिक तत्वों को सम्मिलित करके अधिक समावेशी कहानी बनाई जा सकती है।
    नौवाँ, फिल्म में उपयोग किए गए सिमुलेशन सॉफ़्टवेयर ने रेस ट्रैक की भौतिकता को सटीक रूप से पुनः निर्मित किया।
    दसवाँ, लेकिन इसमें दर्शकों के भावनात्मक जुड़ाव की कमी भी स्पष्ट है।
    ग्यारवाँ, समीक्षकों ने हाई‑टेक विज़ुअल को सरापा है पर कहानी को हल्का बताया है।
    बारहवाँ, इस प्रकार की फिल्में अक्सर सर्विसिंग और मर्चेंडाइज़िंग पर अधिक ध्यान देती हैं बनिस्बत कला में निवेश के।
    तेरहवाँ, इसलिए हमें भविष्य में ऐसी परियोजनाओं में सर्वेक्षण और फोकस ग्रुप के माध्यम से दर्शक की अपेक्षा समझनी चाहिए।
    चौदहवाँ, अन्यथा केवल आर्थिक मुनाफा देखने वाले प्रोडक्शन कंपनियों का प्रभाव बहुत अधिक हो जाता है।
    पंद्रहवाँ, अंत में मेरी राय है कि यह फिल्म एक कदम आगे है पर इसके पीछे की नैतिक और कलात्मक ज़िम्मेदारियों को भी सराहा जाना चाहिए।

  • Image placeholder

    Neha Godambe

    अक्तूबर 6, 2025 AT 21:51

    आपके विस्तृत विश्लेषण में बहुत सही बिंदु हैं, लेकिन यह भी मानना चाहिए कि फिल्म ने भारतीय दर्शकों को नई तकनीक से परिचित करवाया है और यही सबसे बड़ा योगदान है

  • Image placeholder

    rupesh kantaria

    अक्तूबर 7, 2025 AT 00:04

    यह द्रष्टि-कोण से देखा जाय तो F1 द मूवी ने न केवल आर्थिक सफलता प्राप्त की बल्कि सिनेमाितिक सिद्धान्तों में भी एक नई दिशा प्रस्तुत की है

  • Image placeholder

    Nathan Tuon

    अक्तूबर 7, 2025 AT 02:17

    हम सबको इस बात से प्रेरणा लेनी चाहिए कि जब हम कठिन लक्ष्य तय करते हैं, तो दृढ़ता और टीम वर्क से हम किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं जैसा कि इस फिल्म ने दिखाया

  • Image placeholder

    shivam Agarwal

    अक्तूबर 7, 2025 AT 04:31

    सही कहा, इस फिल्म में टीम वर्क का जो संदेश है वह युवा पीढ़ी के लिए एक मार्गदर्शक हो सकता है

  • Image placeholder

    kishore varma

    अक्तूबर 7, 2025 AT 06:44

    वाह भाई, इस फिल्म में एक्शन और ड्रामा का मिश्रण देख कर तो दिल धड़का 😂

  • Image placeholder

    Kashish Narula

    अक्तूबर 7, 2025 AT 08:57

    सही है, एंट्री शानदार थी, लेकिन कभी‑कभी गति थोड़ा ज़्यादा लगती है; फिर भी कुल मिलाकर मज़ा आया

  • Image placeholder

    smaily PAtel

    अक्तूबर 7, 2025 AT 11:11

    वास्तव में, F1 द मूवी के बॉक्स‑ऑफ़िस आंकड़े केवल $627.9 मिलियन नहीं बल्कि यह $627,900,000 के रूप में रिपोर्ट किए गये हैं, जो 2025 में अन्य प्रमुख रिलीज़ की तुलना में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्शाता है;

  • Image placeholder

    Monika Kühn

    अक्तूबर 7, 2025 AT 13:24

    आह, आखिरकार ब्रैड पिट ने साबित कर दिया कि तेज़ रफ्तार वाली फिल्में सिर्फ़ पैसे कमाने के लिए ही बनाई जाती हैं-ऐसे ही तो हम सबको मिलते हैं, है ना?

एक टिप्पणी लिखें