Reliance Industries की दूसरी तिमाही के परिणाम: नेट प्रॉफिट में 4.7% की गिरावट

Reliance Industries की दूसरी तिमाही के परिणाम: नेट प्रॉफिट में 4.7% की गिरावट

Reliance Industries की वित्तीय सेहत का ताज़ा हाल

देश की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक, Reliance Industries ने अपनी दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम का अनावरण किया। इन परिणामों में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 4.7% की गिरावट देखी गई जो कि 16,563 करोड़ रुपये पर आ गई। पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 17,394 करोड़ रुपये था। यह खबर शेयरधारकों और निवेशकों के लिए थोड़ी निराशाजनक रही।

हालांकि, Reliance Industries की कुल राजस्व में मामूली बढ़ोतरी देखी गई है। 0.79% की यह छोटी सी बढ़ोतरी 258,027 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। यह वृद्धि धीमी गति से होते हुए भी कंपनी के समग्र प्रदर्शन के लिए सकारात्मक रही। कंपनी के व्यवसायों में प्रमुख बदलाव और चुनौतियों ने इस प्रदर्शन को प्रभावित किया।

कमजोर रही O2C व्यवसाय की परफॉर्मेंस

Reliance Industries के तेल-से-रसायन (O2C) सेगमेन्ट में इस बार अच्छे परिणाम नहीं आए। यह क्षेत्र कमजोर रिफाइनिंग और पेटकेम कारोबार के कारण प्रभावित हुआ। O2C व्यवसाय का एबिटा (EBITDA) 23.7% से गिरकर 123,712 करोड़ रुपये पर आ गया।

इस गिरावट के बावजूद, कंपनी को अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अच्छी ग्रोथ मिली। Jio Platforms ने 17.7% की वृद्धि दर के साथ अपने राजस्व को 37,119 करोड़ रुपये तक पहुंचाया। ग्राहक उन्नयन और दर वृद्धि ने Jio की नेट प्रॉफिट को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। जियो प्लेटफॉर्म्स का नेट प्रॉफिट 23.4% बढ़कर 6,539 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

रिटेल कारोबार का मामूली विकास

रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) का भी प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। हालांकि, इस शाखा में लाभ में मामूली वृद्धि देखी गई, जिसके कारण मुनाफा 2,836 करोड़ रुपये पहुंचा। इसके बावजूद राजस्व में कुछ गिरावट आई और यह 76,302 करोड़ रुपये पर रहा।

कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक, मुकेश डी. अंबानी ने कहा कि डिजिटल सेवाओं और उपधारा व्यवसाय में मजबूत वृद्धि ने O2C व्यवसाय के कमजोर योगदान की कुछ हद तक क्षतिपूर्ति की। कंपनी के शेयर बाजार में 2,745.20 रुपये पर बंद हुए, जो 0.11% की मामूली वृद्धि के रूप में सामने आया।

भविष्य की योजना और संभावनाएं

भविष्य की योजना और संभावनाएं

विश्लेषकों ने पहले ही O2C क्षेत्र में कमजोर वृद्धि की भविष्यवाणी की थी, लेकिन उन धारणाओं को मजबूत ग्राहक और तेल एवं गैस (ONG) व्यवसाय के अच्छे प्रदर्शन ने कुछ-कुछ खंडनों में बदल दिया। रिलायंस ने इस साल एक फॉर-वन बोनस इश्यू की घोषणा की है, और कंपनी इस वर्ष के अंत तक सोलर पीवी मॉड्यूल के उत्पादन को शुरू करने के लिए तैयार है। यह कदम वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण में योगदान करने का प्रयास है।

इस तरह के चुनौतीपूर्ण समय में, Reliance Industries की ओर से बुनियादी खातिरदारी और नवीनता का प्रदर्शन किया गया है, जो यह दर्शाता है कि कंपनी अपने विभिन्न व्यवसाय क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा संभावनाओं को देख रही है। आने वाले समय में कंपनी कुछ और नई योजनाओं को कार्यान्वित करेगी।

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