बेंजामिन नेतन्याहू को हिटलर से तुलना करते हुए महबूबा मुफ़्ती का तीखा बयान

बेंजामिन नेतन्याहू को हिटलर से तुलना करते हुए महबूबा मुफ़्ती का तीखा बयान
30 सितंबर 2024 Sanjana Sharma

महबूबा मुफ़्ती का तीखा बयान

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने 30 सितंबर, 2024 को एक बयान में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को हिटलर के बाद सबसे बड़ा आतंकवादी बताया। उन्होंने नेतन्याहू की कार्रवाइयों के कारण फिलिस्तीन और लेबनान को 'गैस चेंबर्स' में तब्दील कर देने का आरोप लगाया। मुफ़्ती ने कहा कि नेतन्याहू के शासनकाल में हजारों निर्दोष लोगों की हत्या की गई है।

फिलिस्तीन और लेबनान की स्थिति

मुफ़्ती ने आगे कहा कि फिलिस्तीन और अब लेबनान में भी जनसंहार हो रहे हैं, जहां बेकसूर लोगों की हत्याएं की जा रही हैं। उन्होंने इन घटनाओं को हिटलर के गैस चेंबर्स से तुलना करते हुए कहा कि 'यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे हिटलर ने यहूदियों के साथ किया था।' उनका मानना है कि नेतन्याहू का प्रशासन दुनिया भर में आतंक और दर की फैलाव कर रहा है।

इसी संदर्भ में, उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने नेतन्याहू के खिलाफ जो फैसला सुनाया है, वह वैश्विक समुदाय को उनकी करतूतों को मान्यता दिलाने का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू जैसे नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि ऐसे जघन्य अपराध दोबारा न हों।

भारत सरकार की आलोचना

भारत सरकार की इजरायली सरकार से संबंध रखने की नीति पर सवाल उठाते हुए, मुफ़्ती ने कहा कि यह हमारे देश की परंपराओं और महात्मा गांधी की विचारधारा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने हमेशा फिलिस्तीन के साथ खड़ा हुआ और स्वतंत्रता और न्याय की बात की थी। उन्होंने भारतीय सरकार से मांग की कि वे अपनी नीति पर पुनर्विचार करें और नेतन्याहू शासन का समर्थन बंद करें।

हसन नसरल्लाह पर बयान

महबूबा मुफ़्ती ने अपने पोस्ट को लेकर भाजपा की आलोचना के जवाब में कहा, जिसमें उन्होंने हसन नसरल्लाह को शहीद बताया था। उन्होंने कहा कि देश में एक बड़ा वर्ग नसरल्लाह का समर्थन कर रहा है और उनके बलिदानों की सराहना कर रहा है। उन्होंने भाजपा पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने कठुआ मामले के बलात्कारियों का समर्थन किया था और अब हसन नसरल्लाह के खिलाफ बात करके केवल अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं।

आगे की राह

मुफ़्ती का मानना है कि नेतन्याहू जैसे नेताओं का विरोध और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के तहत सख्त कार्रवाई ही एकमात्र तरीका है जिससे दुनिया में शांति और स्थिरता लाई जा सकती है। उन्होंने वैश्विक समुदाय को संयुक्त होकर नेतन्याहू के खिलाफ लड़ने की अपील की, ताकि उनकी अत्याचारों की घिनौनी कहानियों का अंत हो सके।

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Sanjana Sharma

द्वारा Sanjana Sharma