स्वर्ण मंदिर – सब कुछ जो आपको जानना चाहिए
जब हम स्वर्ण मंदिर, पंजाब के अमृतसर में स्थित, सिखों का प्रमुख तीर्थस्थल, जिसे हर्मंदीर भी कहा जाता है, हर्मंदीर की बात करते हैं, तो तुरंत दो चीज़ें दिमाग में आती हैं: आध्यात्मिक महत्त्व और अद्भुत वास्तुशिल्प। यह मंदिर पंजाब, उत्तरी भारत का एक प्रमुख राज्य, जहां सिख धर्म ने अपनी जड़ें गहरी बुनी हैं में स्थित है और सिख धर्म, पांच कोर मान्यताओं और गुरु ग्रन्थ साहिब पर आधारित विश्व धर्म का आध्यात्मिक केंद्र माना जाता है। इस प्रकार, स्वर्ण मंदिर इतिहास, सांस्कृतिक पहचान और आधुनिक पर्यटन का एक संगम है।
इतिहास, वास्तुशिल्प और आध्यात्मिक भूमिका
स्वर्ण मंदिर का निर्माण 16वीं सदी में गुरु राम दास जी ने शुरू किया, परंतु आज के चमकदार स्वरूप को गुरु अर्जन देव ने 18वीं शताब्दी में पूरा किया। यह संरचना हिन्दुस्तानी मुगल शैली और सिख परंपरा को मिलाकर एक अनूठी डिजाइन पेश करती है – संगमरमर की छत पर पन्ने का लेप, चार मुख्य द्वार जो सभी दिशाओं में खुले हैं, और मध्य में स्थित पवित्र ग्रन्थ साहिब की जगह। यह त्रिकोणात्मक संबंध दर्शाता है: "स्वर्ण मंदिर आध्यात्मिक केंद्र है", "स्वर्ण मंदिर भारत में प्रमुख धार्मिक स्थल है" और "स्वर्ण मंदिर वास्तुशिल्प में मुग़ल और सिख शैली को जोड़ता है"। इन त्रिफल संबंधों ने इसे न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिये बल्कि वास्तुशिल्प प्रेमियों के लिये भी आकर्षक बना दिया है।
आज़ के समय में स्वर्ण मंदिर न केवल पूजन का स्थल है, बल्कि एक जीवंत पर्यटन गंतव्य भी है। हर साल लाखों दर्शक यहाँ आते हैं, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय तख्तियां, संगीत समारोह और सामाजिक स्वागत कार्यक्रम। यात्रा के दौरान आगंतुकों को कड़े सुरक्षा उपाय, कपड़े-धारणा नियम और शीशे के बैनर वाले अमृतसर शहर के बारे में जागरूक होना चाहिए। इन पहलुओं को समझते हुए, आप न सिर्फ मंदिर का सौंदर्य देख सकते हैं बल्कि इसकी गहरी मानवीय और सामाजिक पहलुओं से भी जुड़ सकते हैं। आगे आप इस टैग पेज पर विभिन्न लेखों को पढ़ेंगे जो स्वर्ण मंदिर के इतिहास, वर्तमान घटनाओं, यात्रा सुझावों और культурिक महत्व को विस्तार से कवर करते हैं।
स्वर्ण मंदिर में योग करने पर फैशन डिजाइनर के खिलाफ शिकायत दर्ज - धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने फैशन डिजाइनर और लाइफस्टाइल इंफ्लुएंसर अर्चना मकवाना के खिलाफ स्वर्ण मंदिर में योगासन करने और इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करने को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इस घटना के बाद एसजीपीसी ने अपनी तीन कर्मचारियों को भी निलंबित कर दिया है। मकवाना ने इस घटना के बाद अपनी माफी भी मांगी है।
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