सौर उद्योग – भारत में तेज़ी से बढ़ता सेक्टर

जब हम सौर उद्योग, सूर्य की रोशनी को सीधे बिजली में बदलने वाला क्षेत्र, जिसमें उत्पादन, स्थापना और रखरखाव सभी चरण शामिल होते हैं. सोलर इंडस्ट्री की बात करते हैं, तो इसका भविष्य ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरण दोनों के लिहाज़ से काफी चमकदार दिखता है। इस सेक्टर में सौर ऊर्जा, सूर्य से उत्पन्न होने वाली स्वच्छ और नवीकरणीय बिजली सबसे बड़ा प्रेरक है, और इसकी माँग हर साल बढ़ती जा रही है।

मुख्य घटक और वर्तमान रुझान

सौर उद्योग को समझने के लिए फोटोवोल्टाइक तकनीक, सूर्य के प्रकाश को सीधे विद्युत में बदलने वाली प्रक्रिया को जानना ज़रूरी है। यह तकनीक सौर पैनल में मौजूद सिलिकॉन कोशिकाओं से ऊर्जा निकालती है, जिससे विश्व स्तर पर बिजली उत्पादन का तरीका बदल रहा है। साथ ही, सोलर पैनल, फोटोवोल्टाइक कोशिकाओं से बने मॉड्यूल जो छतों, खुली जगहों या बड़े सौर खेतों में लगाए जाते हैं की कीमत में निरंतर गिरावट और कार्यक्षमता में सुधार ने निवेशकों को आकर्षित किया है। इस मौलिक संबंध से यह स्पष्ट होता है कि सौर उद्योग में फोटोवोल्टाइक तकनीक मुख्य इंजन है, जबकि सोलर पैनल इसका इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाते हैं।

सरकारी नीतियां भी इस दावपेच को तेज़ी से आगे बढ़ा रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने सौर ऊर्जा के लिए टैरिफ़ समर्थन, सब्सिडी और मीटिंग‑ऑफ‑डेट (MoD) स्कीमों को लागू किया है, जिससे बड़े पैमाने पर सौर फार्मों की स्थापना संभव हुई। इन नीतियों ने सौर उद्योग को न केवल ऊर्जा मिश्रण में महत्वपूर्ण भागीदारी दिलाई, बल्कि रोजगार सृजन और टेक्नोलॉजी इन्नोवेशन में भी योगदान दिया। इस तरह सौर उद्योग, सरकारी नीतियों और निजी निवेश के त्रिकोणीय संबंध से बढ़ता है।

वर्तमान में कुछ प्रमुख ट्रेंड्स उभर रहे हैं: 1) बड़े पैमाने पर सोलर पार्कों का विकास, 2) क्रीडिट‑वॉल्टैक और हाइब्रिड सिस्टम्स का उपयोग, 3) डिजिटल सोलर मीटर और स्मार्ट ग्रिड इंटीग्रेशन। ये सब मिलकर सौर उद्योग को अधिक लचीलापन और स्थायित्व देते हैं। उदाहरण के तौर पर, जब सॉलर पैनल्स को ऊर्जा भंडारण बैटरियों के साथ जोड़ा जाता है, तो रात या बादल वाले दिनों में भी निरंतर बिजली सप्लाई संभव होती है। यह संयोजन सौर उद्योग की विश्वसनीयता को बढ़ाता है और रिन्यूएबल एनेर्जी के लक्ष्य को साकार करता है।

अब आप इस पेज पर नीचे दी गई लेख सूची में विभिन्न पहलुओं को देखेंगे – चाहे वह सौर उद्योग की आर्थिक संभावनाओं पर डेटा हो, फोटोवोल्टाइक के नवीनतम शोध हों, या सरकारी निकायों की नई दिशा-निर्देश हों। इन सबको मिलाकर यह संग्रह आपको सौर उद्योग की संपूर्ण तस्वीर दे रहा है, जहाँ तकनीक, नीति और बाजार एक साथ चलते हैं। आगे पढ़ें और जानें कि किस तरह आप या आपका व्यवसाय इस तेज़ी से बढ़ते सेक्टर से लाभ उठा सकता है।

Waaree Energies IPO: पहले दिन ही पूरी तरह सब्सक्राइब हुई आईपीओ
22 अक्तूबर 2024 Sanjana Sharma

Waaree Energies IPO: पहले दिन ही पूरी तरह सब्सक्राइब हुई आईपीओ

Waaree Energies Ltd का ₹4,321 करोड़ का आईपीओ सोमवार को खुलते ही तीन घंटे में पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। इस शेयर बिक्री के जरिए कंपनी ने नए शेयर और ऑफर फॉर सेल (OFS) जारी करके 3,600 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य तय किया है। निवेशक इस आईपीओ में नौ शेयरों के एक लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं। ये फंड ओडिशा में निर्माण सुविधा के लिए उपयोग किए जाएंगे।

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