शक्तिकांत दास – आसानख़बरें के वरिष्ठ हिंदी पत्रकार
जब बात शक्तिकांत दास, एक अनुभवी पत्रकार जो आसानख़बरें में प्रमुख लेख लिखते हैं. आमतौर पर उन्हें एस. डी. कहा जाता है, तो आप यही समझ लेंगे कि वे हिंदी समाचार जगत में किस तरह की भूमिका निभाते हैं.
उनका काम सिर्फ खबर लिखना नहीं है; हिंदी समाचार, भाषा में सरल, सटीक और तुरंत पढ़े जाने वाले लेख को हर दिन लाखों पाठकों तक पहुंचाता है. इसी वजह से डेली अपडेट, रात‑रात बदलते घटनाक्रम को त्वरित रूप से प्रस्तुत करने की प्रक्रिया उनके लेखन की पहचान बन गई है. भारत की राजनीति, खेल, फ़िल्म, और आर्थिक खबरों को वह रोज़ के आँकड़ों से जोड़ते हैं, जिससे पाठकों को पूरी तस्वीर मिलती है.
शक्तिकांत दास के लेख अक्सर इन विषयों के बीच कड़ी बनाते हैं. जैसे हिंदी समाचार में क्रिकेट को कवर करने के लिए क्रिकेट, देश‑विदेश के मैच, खिलाड़ियों की फ़ॉर्म, टूर्नामेंट की रैंकिंग को जोड़ते हैं. उसी तरह बॉलीवुड की खबरों में मनोरंजन, फ़िल्म रिलीज़, सितारों की नई पहल और उद्योग की चुनौतियां को पेश करते हैं. इन सबको एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर पेश करने का उनका तरीका ‘विषय‑सम्मिलन’ कहलाता है, यानी एक लेख में कई क्षेत्रों की जानकारी देना.
उनकी लेखनी की खास बात यह है कि वह जटिल आँकड़ों को भी आसान भाषा में बदल देते हैं. जब RBI की रेपो दर या महंगाई की रेटिंग की बात आती है, तो वह आर्थिक विश्लेषण, ब्याज दर, महंगाई, जीडीपी जैसी मुख्य आर्थिक संकेतक को छोटे बिंदुओं में तोड़कर समझाते हैं. इससे नौजवाँ पाठक भी आर्थिक खबरों को समझ सकता है और अपनी वित्तीय योजना बना सकता है. यही कारण है कि उनके लेखों को अक्सर छात्र, कामकाजी और वरिष्ठ नागरिक समान पढ़ते हैं.
इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए, नीचे आपको शक्तिकांत दास के द्वारा लिखी गई नवीनतम ख़बरों की सूची मिलेगी. राजनीति की‑से‑क्रिकेट तक, हर लेख आपस में जुड़ा हुआ है और इस टैग पेज पर आप आसानी से उस ख़ास लेख को पा सकते हैं जो आपको चाहिए. अब आगे बढ़िये और देखिए कौन‑से विषय इस संग्रह में प्रमुख रूप से उजागर हुए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी के लिए शक्ति से भरी नई भूमिका में शशिकांत दास
पूर्व आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री मोदी के लिए दूसरा प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। यह कदम मोदी के आर्थिक विज़न और $5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की दिशा में दास के व्यापक अनुभव को उपयोग में लाने हेतु किया गया है। दास की नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ ही समाप्त होगी।
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