हेमंत सोरेन – राजनीति, नीतियों और विवादों की पूरी जानकारी

जब हम हेमंत सोरेन, भारत के एक प्रमुख राजनेता, 2004‑2009 तक प्रधान मंत्री, और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में सक्रिय की बात करते हैं, तो उनका सफर अक्सर दो सवालों के इर्द‑गिर्द घूमता है – ‘उन्होंने कौन‑सी नीतियाँ लागू कीं’ और ‘कौन‑सी वजहों से कुछ निर्णय विवादास्पद बने’। इन सवालों के जवाब को समझना आसान बनता है जब हम उनके प्रमुख कार्यों को आइटम‑बाय‑आइटम देखें।

एक महत्वपूर्ण पक्ष पाकिस्तान यात्रा, देश‑व्यापी रणनीतिक चर्चा का मंच है। सोरेन ने प्रधानमंत्री काल में कई बार पाकिस्तान के साथ संवाद स्थापित करने की इच्छा जताई, लेकिन अंततः उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस यात्रा को टाल दिया। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा ( राष्ट्रीय सुरक्षा, देश की रक्षा और रणनीतिक हितों की रक्षा) के संदर्भ में भी चर्चा का हिस्सा बना।

हेमंत सोरेन की प्रमुख उपलब्धियाँ

सोरेन ने आर्थिक सुधार, ऊर्जा घटक और एटीएम‑ट्रांसफ़र जैसी योजनाओं को बढ़ावा दिया। उनका मानना था कि बेहतर बुनियादी ढाँचा ही विकास का आधार है। इसी दौरान उन्होंने हेमंत सोरेन के रूप में कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिससे भारत को वैश्विक स्तर पर जागरूकता मिली।

कूटनीति में उनका एक उल्लेखनीय कदम 2006 में दक्षिण कोरिया के साथ आर्थिक सहयोग समझौता था, जिसे उन्होंने ‘एशिया‑पैसिफिक साझेदारी’ कहा। इस सहयोग ने भारत‑कोरिया ट्रेड को 30 % तक बढ़ाया। साथ ही, उन्होंने ‘डिज़िटल इंडिया’ की नींव रखी, जिससे आज का टेक‑इकोसिस्टम शुरू हुआ।

एक और दिलचस्प पहल मनमोहन सिंह, समान समय के एक और प्रमुख आर्थिक नीतिकर्ता, प्रधानमंत्री (2004‑2014) के साथ नीति‑निर्माण में सहयोग है। दोनों ने मिलकर ‘न्यू इकोनॉमिक पॉलिसी’ (NEP) को पेश किया, जो आर्थिक विकास के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा को संतुलित करने का प्रयास था। यह सहयोग कई आर्थिक संकेतकों में सुधार लाया, जैसे कि विदेशी निवेश में 20 % की बढ़ोतरी।

उपरोक्त सारी बातें बताती हैं कि ‘हेमंत सोरेन’ सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक जटिल कनेक्शन है—जोहिरा (राजनीति) ↔ नीति (आर्थिक सुधार) ↔ कूटनीति (अंतरराष्ट्रीय संबंध) ↔ सुरक्षा (राष्ट्रीय सुरक्षा)। यह त्रिकोण हमारे नीचे दिखाए गये लेखों में भी साफ़ दिखता है, चाहे वह बॉलीवुड में शिफ्ट‑डेज़ की चर्चा हो या खेल‑क्रीड़ा में नई खबरें। आप नीचे देखेंगे कि कैसे विभिन्न क्षेत्रों में ‘हेमंत सोरेन’ के नाम से जुड़ी विभिन्न परिप्रेक्ष्य सामने आते हैं।

अब आप आगे के लेखों में पढ़ेंगे कि इन विषयों पर विशेषज्ञों ने क्या कहा, कौन‑से आँकड़े सामने आए, और कैसे इन घटनाओं ने आज के भारत को आकार दिया। चलिए, नीचे देखिए हमारी चुनी हुई ख़बरों की लिस्ट।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बेल मिलने के बाद हेमंत सोरेन जेल से रिहा
28 जून 2024 Sanjana Sharma

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बेल मिलने के बाद हेमंत सोरेन जेल से रिहा

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद बिरसा मुंडा जेल से रिहा कर दिया गया। जमानत के आदेश के बाद समर्थकों ने सोरेन का जोरदार स्वागत किया।

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