बीसीसीआई – भारत की क्रिकेट दुनिया का केन्द्र

जब बात बीसीसीआई, भारत का प्रमुख क्रिकेट प्रबंधन निकाय है जो राष्ट्रीय टीम, घरेलू टूर्नामेंट और अंतरराष्ट्रीय संबंधों का संचालन करता है. Also known as BCCI, it सेलेक्शन, टूर्नामेंट शेड्यूल, विज्ञापन और वित्तीय प्रबंधन जैसे कार्यों को नियंत्रित करता है, तो हमें समझना पड़ता है कि यह संस्था कैसे क्रिकेट के व्यापक परिदृश्य को आकार देती है। बीसीसीआई द्वारा आयोजित भारत क्रिकेट टीम की अंतरराष्ट्रीय जीत या हार सीधे ही इस निकाय की नीति और चयन प्रक्रिया से जुड़ी होती है। इस संबंध को स्पष्ट करने के लिए हम कह सकते हैं: "बीसीसीआई घरेलू टूर्नामेंट जैसे रणजी ट्रॉफी को संचालित करता है", "बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए आईसीसी के साथ सहयोग करता है", और "बीसीसीआई युवा खिलाड़ियों के लिए विभिन्न स्कीम लागू करता है"। इन त्रिप्लेट्स से पता चलता है कि बीसीसीआई न सिर्फ प्रतियोगिताओं का आयोजक है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य को दिशा देने वाला नियोजक भी है।

मुख्य कार्य और वर्तमान मामलों की झलक

बीसीसीआई की सबसे प्रमुख भूमिका राष्ट्रीय टीम का चयन करना और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जैसे बड़े प्लेटफ़ॉर्म को चलाना है। आईपीएल के माध्यम से न केवल बड़े स्टार खिलाड़ियों को मंच मिलता है, बल्कि छोटे‑छोटे टैलेंट को भी राष्ट्रीय स्तर पर दिखाने का मौका मिलता है। साथ ही, बीसीसीआई हर साल रणजी ट्रॉफी, क्लब क्रिकेट और विभिन्न आयु‑समूह प्रतियोगिताओं को आयोजित करता है, जिससे बेसिक स्तर पर प्रतिभा का पोषण होता है। हाल के महीनों में बीसीसीआई की कई खबरें सामने आईं – जैसे शिवम दुबे की पीठ की चोट के कारण रणजी ट्रॉफी में बदलाव, रॉस टेलर का क्वालीफ़ायर में हिस्सा लेना, और बड्डी मेंस को BCCI अध्यक्ष चुना जाना। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि बीसीसीआई की हर निर्णय बेसिक क्रिकेट से लेकर अंतरराष्ट्रीय नीति तक असर डालती है।

जब हम बीसीसीआई की रणनीतियों को देखते हैं, तो दो मुख्य एट्रिब्यूट सामने आते हैं: प्रबंधन और विकास। प्रबंधन की बात करें तो वित्तीय पारदर्शिता, विज्ञापन राजस्व और कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट शामिल हैं; विकास की बात में युवा अकैडमी, ग्राउंड इन्फ्रास्ट्रक्चर और महिला क्रिकेट को बढ़ावा देना शामिल है। उदाहरण के तौर पर, बीसीसीआई ने हाल ही में महिला क्रिकेट में निवेश बढ़ाया है, जिससे पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमों के खिलाफ जीतने वाले मैचों में आत्मविश्वास बढ़ा है। दूसरी ओर, बीसीसीआई ने आयरन-मनन (IR) को भी सुदृढ़ किया है, जिससे घरेलू टूर्नामेंट की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। ये एट्रिब्यूट‑वैल्यू जोड़े यह दिखाते हैं कि बीसीसीआई सिर्फ एक प्रशासनिक बॉडी नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के हर पहलू को सुधारने वाला इंजन है।

नीचे आप बीसीसीआई से जुड़े विभिन्न ख़बरों की एक संग्रह देखेंगे – चाहे वह शिफ्ट की मांग, खिलाड़ी की चोट, या प्रशासनिक बदलाव हों। इन लेखों में बीसीसीआई के निर्णयों के पीछे की दलीलें, खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएं और भविष्य की संभावनाएं विस्तार से बताई गई हैं। इन कहानियों को पढ़कर आप समझ पाएँगे कि बीसीसीआई कैसे कार्य करता है और आपके पसंदीदा खेल पर इसका क्या असर पड़ता है। अब आइए, इस संग्रह को देखें और बीसीसीआई के विभिन्न पहलुओं को करीब से जानें।

गौतम गंभीर की रणनीति में बदलाव: बीसीसीआई का बड़ा कदम?
4 नवंबर 2024 Sanjana Sharma

गौतम गंभीर की रणनीति में बदलाव: बीसीसीआई का बड़ा कदम?

तीन महीने में ही गंभीर के नेतृत्व में भारत को श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा है। इन हारों के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड गंभीर के चयन कार्यक्रम पर पुनर्विचार कर रहा है। आगामी ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला में गंभीर के लिए यह एक महत्वपूर्ण परीक्षा होने जा रही है।

और देखें
खेल 0 टिप्पणि