बालक का नामकरण – हर माता‑पिता के लिये उपयोगी गाइड
जब आप बालक का नामकरण, शिशु के जीवन में पहला पहचान चिन्ह होता है, जो सामाजिक, धार्मिक और व्यक्तिगत महत्व रखता है. Also known as पुत्र का नामकरण, यह प्रक्रिया अक्सर परिवार की परंपराओं, ज्योतिषीय सलाह और आधुनिक फैशन का मिश्रण होती है. इस पेज में आपको नाम चुनने के विभिन्न पहलुओं की पूरी जानकारी मिलेगी, चाहे आप परम्परागत नियमों का पालन करना चाहें या नवीन ट्रेंड के साथ प्रयोग।
भारत में हिंदू नामकरण परम्परा, आठ ग्रन्थों और पंचांग के अनुसार नाम तय करने की पद्धति है आज भी बहुत लोकप्रिय है। इस परम्परा में नाम चुनने के मानदंड, ज्योतिषीय nakshatra, अत्रि‑मुहूर्त, परिवार की सांस्कृतिक पसंद और अर्थपूर्ण शब्द को ध्यान में रखा जाता है। साथ ही कई परिवार जन्म कुंडली के अनुसार पहला अक्षर या स्वर तय करते हैं, जिससे जन्म कुंडली, शिशु के जन्म समय की ग्रह स्थितियों का विस्तृत चार्ट नाम के विकल्प को सीमित या विस्तृत कर सकता है।
आधुनिक नाम ट्रेंड और उनका प्रभाव
आजकल सोशल मीडिया और बॉलीवुड की वजह से आधुनिक नाम ट्रेंड भी बहुत तेज़ी से बदल रहे हैं। कई माता‑पिता छोटे, आसान‑उच्चारण वाले नाम या अंतर्राष्ट्रीय ध्वनि वाले नाम चुनते हैं, जबकि कुछ फिर भी परम्परागत मूल मूल्यों को बनाए रखते हैं। इस बदलाव का असर सांस्कृतिक पहचान और व्यक्तित्व विकास दोनों पर पड़ता है; यानी बालक का नामकरण केवल एक शब्द नहीं, बल्कि जीवनभर की पहचान बन जाता है।
इन सब बिंदुओं को समझकर आप अपने बच्चे के लिए सबसे उपयुक्त नाम चुन सकते हैं। नीचे दी गई पोस्ट सूची में विभिन्न नामों के अर्थ, ज्योतिषीय सलाह, और लोकप्रिय ट्रेंड की विस्तृत जानकारी मिल जाएगी, जिससे आपका चयन और भी आसान हो जाएगा।
तमिल अभिनेता शिवकार्तिकेयन और उनकी पत्नी आरती ने अपने बेटे का नाम पवन रखा
तमिल अभिनेता शिवकार्तिकेयन और उनकी पत्नी आरती ने अपने नवजात बेटे का नाम पवन रखा है। उनका यह तीसरा बच्चा है। बच्चे का जन्म जून में हुआ और नामकरण की घोषणा 15 जुलाई को की गई। इस जोड़े की बेटी आराधना और बेटा गगन दोस पहले से ही हैं। शिवकार्तिकेयन ने एक स्टैंड-अप कॉमेडी रियलिटी शो जीतने के बाद शोहरत हासिल की और कई सफल फिल्मों में अभिनय किया है, और आगामी फिल्मों में प्रमुख किरदार निभाने वाले हैं।
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