कूड़ी‑कबड्डी: खेल का दिलचस्प संसार
जब कूड़ी‑कबड्डी, एक तेज़‑तर्रार टीम खेल है जिसमें रेयर को रिवर्स और टैकल के माध्यम से दोड़ते‑दौड़ते अंक बनाए जाते हैं Kabaddi का ज़िक्र होता है, तो अक्सर दो चीज़ें दिमाग में आती हैं – प्रो कबड्डी लीग, भारत में आयोजित प्रोफेशनल कबड्डी टूर्नामेंट जो शहर‑शहर में लोकप्रिय है और भारतीय कबड्डी टीम, राष्ट्रीय स्तर पर एशिया कप, विश्व कप और ओलंपिक क्वालिफायर्स में प्रतिस्पर्धा करने वाली टीम। इन तीनों तत्वों के बीच मज़बूत कनेक्शन है: रेयर की तेज़ी, लीग का विस्तार और टीम की जीत।
पहला संबंध समझते हैं – कूड़ी‑कबड्डी में रेयर की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है। रेयर को रिवर्स करना, टैकल से बचना और सीमित समय में अधिकतम अंक बनाना पड़ता है; यही गति खेल को रोमांचक बनाती है। दूसरा जुड़ाव यह है कि प्रो कबड्डी लीग ने छोटे‑छोटे शहरों में इस खेल को अपनाया है, जिससे स्थानीय प्रतिभा को मंच मिला और दर्शकों की पसंद बढ़ी। तीसरा लिंक भारतीय कबड्डी टीम और एशिया कप के बीच है; टीम ने लगातार एशिया कप में पदक जिते हैं, जिससे इस खेल का राष्ट्रीय स्तर पर वजन बढ़ा।
काबड्डी के प्रमुख पहलू और आज की खबरें
जो लोग इस टैग के नीचे आने वाले लेख पढ़ेंगे, उन्हें रेयर की ट्रेनिंग टिप्स, प्रो लीग के ट्रांसफर अपडेट, और एशिया कप की जीत की विस्तृत कहानियां मिलेंगी। उदाहरण के तौर पर हाल ही में दीपिका पादुकोण की 8 घंटे शिफ्ट चर्चा ने काम‑जीवन संतुलन की बात लायी, जबकि इसी तरह खेल जगत में भी प्री‑सीज़न की तैयारियाँ चल रही हैं – जैसे शिवम दुबे की चोट और उसकी टीम में भूमिका बदलना। इसी तरह क्रिकेट की खबरें (जैसे राम राज ने 173* बनाकर भारत को दबाव में रखा) भी पढ़ने वालों को खेल के विविध पहलुओं की नज़र देगा। अब आप तैयार हैं तो नीचे की लिस्ट में जाकर अपने पसंदीदा कबड्डी पोस्ट देखिए – चाहे वह रेयर की रणनीति हो, लीग की नई टीम्स हों या अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की जीत की खबरें।
जोराई गाँव में अंबेडकर कमिटी की कूड़ी‑कबड्डी प्रतियोगिता: ग्रामीण खेल प्रेमियों का नया मंच
उत्तरी पंजाब के जॉराई गांव में अंबेडकर कमिटी ने कूड़ी‑कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस इवेंट में स्थानीय युवा टीमों ने भाग लेकर पारंपरिक कबड्डी को नया मोड़ दिया। प्रतियोगिता के नियम, प्रतिभागी और आगामी कबड्डी कैलेंडर की जानकारी इस लेख में दी गई है।
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